जब परिस्थितियों को बदलना संभव ना हो, तो स्वयं को बदल लेना उचित होता है।@RahulGandhi @kcvenugopalmp @kharge @priyankagandhi @GAMIR_INC @keshavmahtoINC @RajeshThakurINC @IYCJharkhand @JharkhandPMC @INCJharkhand pic.twitter.com/9rsIuyLwuz
— manas sinha (@inc_manas) October 27, 2024
उन्होंने 27 साल बाद कॉन्ग्रेस का हाथ छोड़ते हुए कहा कि उन्होंने पार्टी के लिए इतने साल खून-पसीना बहाया लेकिन उन्हें अब यकीन हो गया है कि उस पार्टी में कार्यकर्ताओं के लिए सम्मान नहीं है। उनकी सहनशक्ति खत्म हो गई है इसलिए वह पीएम मोदी से प्रेरित होकर भाजपा में शामिल हुए। अपने पत्र में उन्होंने कहा, “मेरे बर्दाश्त की हद और अब वो हद पार हो चुकी है। अभी तक मैं कॉन्ग्रेस के बारे में सोचता था लेकिन अब मैंने अपने बारे में सोचा है।”