संसद में पारित वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2025 की संवैधानिकता को कॉन्ग्रेस बहुत जल्द सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देने वाली है। शुक्रवार (4 अप्रैल, 2025) को राज्यसभा में 13 घंटे से अधिक की बहस के बाद यह विधेयक पारित हो गया, जिसका 128 सदस्यों ने समर्थन और 95 ने विरोध किया। DMK ने भी इसके ख़िलाफ़ सुप्रीम कोर्ट जाने का ऐलान किया था।
इससे पहले लोकसभा में इसे 288-232 मतों से पारित किया गया था। कॉन्ग्रेस नेता जयराम रमेश ने ‘X’ पर पोस्ट करते हुए कहा, “हम संविधान में निहित सिद्धांतों और प्रावधानों पर मोदी सरकार के हमलों का विरोध करते रहेंगे।”
The INC's challenge of the CAA, 2019 is being heard in the Supreme Court.
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) April 4, 2025
The INC's challenge of the 2019 amendments to the RTI Act, 2005 is being heard in the Supreme Court.
The INC’s challenge to the validity of the amendments to the Conduct of Election Rules (2024) is being…
विपक्ष ने इस विधेयक को ‘मुस्लिम विरोधी’ और ‘असंवैधानिक’ करार दिया, जबकि सरकार ने इसे ‘ऐतिहासिक सुधार‘ बताते हुए अल्पसंख्यकों के लिए फायदेमंद बताया। इसके अलावा, कॉन्ग्रेस की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में CAA 2019, RTI अधिनियम 2019 में संशोधन, चुनाव संचालन नियम 2024 की वैधता और पूजा स्थल अधिनियम 1991 से जुड़े मामलों की सुनवाई जारी है।
कॉन्ग्रेस का कहना है कि वह संविधान की मूल भावना की रक्षा के लिए अपनी लड़ाई जारी रखेगी।