नागपुर में आयोजित संविधान सम्मेलन में कॉन्ग्रेस ने सादे पन्नों वालों वाले संविधान की प्रतियाँ बँटवा दी। इसमें बुधवार (6 नवंबर 2024) को लोकसभा में प्रतिपक्ष के नेता राहुल गाँधी भी शामिल थे। कार्यक्रम के दौरान उन्होंने एक ‘लाल किताब’ लहराई, जिसके कवर पर कॉन्स्टिट्यूशन ऑफ इंडिया लिखा हुआ था। इसके पहले पन्ने पर प्रस्तावना लिखा था, जबकि बाकी पन्ने कोरे यानी बिल्कुल सादे थे।
संविधान सिर्फ बहाना है
— भाजपा महाराष्ट्र (@BJP4Maharashtra) November 6, 2024
लाल पुस्तक को बढ़ाना है
मोहब्बत के नाम पर
सिर्फ नफरत फैलाना है…
काँग्रेसला भारताचे संविधान असेच कोरे करायचे आहे.
डॉक्टर बाबासाहेब आंबेडकरांनी लिहिलेले सर्व कायदे अनुच्छेद वगळून टाकायचे आहेत. म्हणूनच तर राहुल गांधींनी मध्यंतरी आरक्षण रद्द करणार ही… pic.twitter.com/C94Wa3CZee
इसको लेकर भाजपा राहुल गाँधी पर हमलावर हो गई है। उसने इसे संविधान का अपमान बताया है। केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा, “राहुल गाँधी संविधान का सम्मान नहीं करते, इसीलिए उनके हाथ में संविधान शोभा नहीं देता है। उनको कोई हक नही हैं संविधान को हाथ में पकड़कर भाषण दें।” वहीं, अपने बचाव में कॉन्ग्रेस ने कहा कि उसने अपने कार्यकर्ताओं को नोटपैड बाँटा है।