अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप 20 जनवरी को शपथ लेने वाले हैं, लेकिन उससे पहले वह एक बड़े संकट का सामना कर रहे हैं। न्यूयॉर्क की अदालत ने आदेश दिया है कि ट्रंप को 10 जनवरी को कोर्ट में हाजिर होना होगा। मामला एक पोर्न स्टार को पैसे देकर चुप कराने से जुड़ा है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, जज जुआन मर्चेन ने संकेत दिया है कि ट्रंप को जेल की सजा या भारी जुर्माना नहीं मिलेगा, बल्कि उन्हें ‘सशर्त रिहाई’ दी जाएगी। इस फैसले ने रिपब्लिकन पार्टी को सदमे में डाल दिया है। ट्रंप ने इन आरोपों को राजनीति से प्रेरित और झूठा बताया है।
ट्रंप की टीम ने इस फैसले की आलोचना करते हुए कहा कि यह मामला उनकी राष्ट्रपति पद की जिम्मेदारियों में बाधा डाल सकता है। हालाँकि न्यायालय ने साफ किया है कि मामले को खारिज करने की कोई वजह नहीं है। यह पहली बार है जब किसी अमेरिकी राष्ट्रपति को शपथ से पहले इस तरह के आरोपों का सामना करना पड़ रहा है।