लाल बत्ती और फर्जीवाड़े में फंसी पूर्व IAS प्रशिक्षु पूजा खेडकर के पिता दिलीप खेडकर महाराष्ट्र का विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं। दिलीप खेडकर ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में अहमदनगर दक्षिण सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नामांकन दाखिल किया है। उनकी घोषणा में उन्होंने अपनी वैवाहिक स्थिति को “तलाकशुदा” बताया है, जो कि 2024 के लोकसभा चुनावों में दी गई उनकी जानकारी से विपरीत है, जिसमें उन्होंने खुद को विवाहित बताया था।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, साल 2024 के लोकसभा चुनाव के अपने हलफनामे में उन्होंने पत्नी मनोरमा खेडकर के साथ संयुक्त संपत्तियों का विवरण भी दिया था, जबकि इस बार तलाकशुदा होने का दावा किया है। बताया जा रहा है कि साल 2010 में ही दोनों के बीच तलाक हो गया था। इस बावजूद दोनों अब भी पुणे में एक साथ रहते हैं। इस विवाद से उनके चुनाव अभियान पर सवाल उठ रहे हैं और उनकी ईमानदारी पर बहस हो रही है।
यही वहीं, दिलीप खेडकर पर अगस्त में एक सरकारी अधिकारी को धमकी देने और कार्य में बाधा डालने का मामला भी दर्ज किया गया था। बता दें कि दिलीप खेडकर की बेटी पूजा खेडकर को गलत जानकारी देकर आरक्षण लाभ लेने के आरोप में IAS से निलंबित किया गया था।