अरबपति एलन मस्क के नेतृत्व वाले डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी (DOGE) ने शनिवार (15 फरवरी) को कहा कि वह विदेश में चल रही कुछ परियोजनाओं को रद्द करके अमेरिकी करदाताओं के पैसे बचा रहा है। उनमें से एक भारत में ‘वोटर टर्नआउट’ को मजबूत करने से संबंधित परियोजना भी है। इसके लिए अमेरिकी एजेंसियों द्वारा 21 मिलियन डॉलर (लगभग ₹182 करोड़) की राशि तय की गई थी।
US taxpayer dollars were going to be spent on the following items, all which have been cancelled:
— Department of Government Efficiency (@DOGE) February 15, 2025
– $10M for "Mozambique voluntary medical male circumcision"
– $9.7M for UC Berkeley to develop "a cohort of Cambodian youth with enterprise driven skills"
– $2.3M for "strengthening…
दिलचस्प बात यह है कि DOGE ने एक अन्य परियोजना को भी रद्द कर दिया, जिसका उद्देश्य ‘बांग्लादेश में राजनीतिक परिदृश्य को मजबूत करना’ है। इसके लिए 29 मिलियन डॉलर (लगभग ₹251 करोड़ रुपए) खर्च करना था। इसके पहले ऑपइंडिया ने बताया था कि अमेरिका का विवादास्पद USAID भारत और बांग्लादेश में सत्ता परिवर्तन के लिए कैसे अभियान चला रहा है।
DOGE (सरकारी दक्षता विभाग) का नेतृत्व करने वाले एलन मस्क ने USAID को एक ‘आपराधिक संगठन‘ करार दिया है। उन्होंने 2 फरवरी 2025 को X पर एक पोस्ट करके कहा, “इसके खत्म होने का समय आ गया है।” राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने भी इससे पीछे नहीं हटते हुए कहा, “(USAID) को कुछ कट्टरपंथी पागलों द्वारा चलाया जा रहा था और हम उन्हें बाहर निकाल रहे हैं।”