शंभू बॉर्डर से किसान जमावड़ा खत्म होने के बाद आंदोलन के नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल ने अपना आमरण अनशन तोड़ दिया है। दल्लेवाल 4 महीने 11 दिन से इस अनशन पर थे। इसी के साथ शंभू और खन्नौरी, दोनों ही सीमाएँ पूरी तरह से खुल गई हैं।
यह सारी जानकारी पंजाब सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को शुक्रवार (28 मार्च, 2025) को दी है। इसी के साथ सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब के मुख्य सचिव और DGP के खिलाफ पूर्व में चालू की गई अवमानना की कार्रवाई भी बंद कर दी है। यह कार्रवाई उन्हें सही समय पर इलाज ना देने के मामले में चालू हुई थी।
सुप्रीम कोर्ट ने अब इस मामले पर बनाई गई हाई पॉवर्ड कमेटी से किसान और सरकार के बीच बातचीत की स्थिति पर रिपोर्ट दाखिल करने को कहा है। गौरतलब है कि शंभू और खन्नौरी बॉर्डर पर फरवरी, 2024 से पंजाब से आए किसानों ने कब्जा जमाया हुआ था।
उनका कब्जा हाल ही में पंजाब सरकार ने हटाया था और आंदोलन करने वालों को गिरफ्तार कर लिया था। इसी कड़ी में अब दल्लेवाल का भी अनशन समाप्त हो गया है।