पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जिमी कार्टर का रविवार (29 दिसंबर 2024) रात 100 वर्ष की आयु में निधन हो गया। जॉर्जिया में अपने परिवार के सदस्यों के बीच उन्होंने अंतिम साँस ली। कार्टर 1977 से 1981 तक अमेरिका के 39वें राष्ट्रपति रहे। उन्होंने मानव अधिकारों को अपनी विदेश नीति का केंद्र बनाया और मिस्र-इजराइल शांति समझौते में अहम भूमिका निभाई।
जिमी कार्टर का भारत से खास नाता था। 1978 में उन्होंने हरियाणा के दौलतपुर नसीराबाद गाँव का दौरा किया, जहाँ उनकी माँ लिलियन ने पीस कॉर्प्स के तहत स्वास्थ्य सेवाएँ दी थीं। उनके सम्मान में इस गाँव का नाम बदलकर ‘कार्टरपुरी’ रखा गया। कार्टर ने भारत-अमेरिका संबंधों की नई शुरुआत की, जो आज तक मजबूत हैं।
राष्ट्रपति पद पर सेवा के बाद उन्होंने ‘कार्टर सेंटर’ के माध्यम से मानवता की सेवा की, जिसके लिए उन्हें 2002 में नोबेल शांति पुरस्कार मिला। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और नव-निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया।