कॉन्ग्रेस के राज्यसभा सांसद इमरान प्रतापगढ़ी की मुश्किलें बढ़ गई हैं। उनके खिलाफ दर्ज मामले में गुजरात हाई कोर्ट ने राहत देने से इनकार कर दिया। इमरान ने जामनगर में आयोजित एक ‘सामूहिक विवाह कार्यक्रम’ में शामिल होने के बाद X पर वीडियो शेयर किया था, जिसमें पंक्ति थी- “उस रब की कसम हँसते-हँसते, इतनी लाशें दफना देंगे।” इसके बाद उनके खिलाफ जामनगर पुलिस ने मामला दर्ज किया था।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, गुजरात हाईकोर्ट में इमरान प्रतापगढ़ी ने इस एफआईआर को रद्द करने की माँग करते हुए याचिका दाखिल की। उन्होंने दावा किया कि उनकी कविता ‘शांति और अहिंसा’ का संदेश देती है और उनका मकसद किसी की भावनाएँ भड़काना नहीं था। लेकिन कोर्ट ने इन दलीलों को ठुकरा दिया।
जस्टिस संदीप भट्ट ने कहा, “कविता की भाषा और लहजे से स्पष्ट है कि यह ‘सत्ता’ और ‘ताकत’ की बात करती है। इसके अलावा पोस्ट पर आए रिएक्शन भी बताते हैं कि यह साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वाला संदेश है। सांसद के रूप में उनसे जिम्मेदारीपूर्ण व्यवहार की उम्मीद है।”
जामनगर गुजरात के एक सामूहिक विवाह कार्यक्रम में शिरकत। pic.twitter.com/7MKIjEVK9f
— Imran Pratapgarhi (@ShayarImran) January 2, 2025
कोर्ट ने प्रतापगढ़ी को जाँच में पूरा सहयोग करने और पुलिस के समन का पालन करने का निर्देश दिया। एफआईआर में इमरान के अलावा अल्ताफ खाफी और संजरी एजुकेशन एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के नाम भी शामिल हैं।