मध्य प्रदेश के ग्वालियर में दवा व्यापारी ऋषिराज जायसवाल ने अपनी बेटी के भागकर शादी करने से दुखी होकर लाइसेंसी बंदूक से कनपटी पर गोली मार ली। अपनी बेटी के आधार कार्ड के फोटोकॉपी के पीछे ही उन्होंने अपना सुसाइड नोट लिखा।
सुसाइड नोट में उन्होंने लिखा, “भारत का संविधान गलत है, जो लड़कियों के बालिग होने पर पिता से उसके सारे अधिकार छीन लेता है। मैं उसके (लड़के) पूरे परिवार को मार सकता हूँ लेकिन अपनी बेटी को कैसे मारूँ। जब आर्य समाज की शादी की मान्यता नहीं होती है तो कोर्ट कैसे लड़की को उसके प्रेमी के साथ भेज सकता है? वे वकील जो कुछ पैसों के लिए एक परिवार को बर्बाद कर देते हैं, उनकी भी बेटियाँ होती हैं। वो भी पिता का दर्द नहीं समझते। एक पूरा परिवार बर्बाद हो गया है। समाज में कुछ नहीं बचा।”
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ऋषिराज की बेटी ने 15 दिन पहले अपने पड़ोस में रहने वाले प्रेमी के साथ भागकर शादी कर ली। पुलिस की मदद से दोनों को इंदौर से खोजा गया। उसके बाद बेटी के पति ने अदालत में याचिका दाखिल कर लड़की को ससुराल लाने की माँग की। कोर्ट में बेटी ने भी अपने पति के समर्थन में बयान दिया। इसके बाद कोर्ट ने लड़की को पति के साथ रहने का आदेश दिया।
ऋषिराज की आत्महत्या के बाद उनके रिश्तेदारों ने लड़के के पिता को घर से निकाल कर बुरी तरह पीटा। पुलिस ने उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया है।