हज 2024 के दौरान सऊदी अरब में हुई भीषण गर्मी ने हाजियों पर कहर बरपाया, जिसमें 208 भारतीय हज यात्रियों की मौत हो गई। केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू ने संसद में इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि केरल से सबसे ज्यादा 42 मौतें दर्ज की गईं। इसके बाद महाराष्ट्र से 28 और तमिलनाडु से 22 और यूपी से 20 लोगों की मौतों की खबर है।
मंत्री किरेन रिजिजू ने बताया कि 7 मौतों का कारण सीधे तौर पर हीट स्ट्रोक था, जबकि बाकी अधिकांश मौतें कार्डियो-पाल्मोनरी या सांस संबंधी समस्याओं के कारण हुईं। 50 डिग्री सेल्सियस से ऊपर के तापमान और खुले में मजहबी रस्में पूरी करने की वजह से यह स्थिति बनी। हज यात्रा के दौरान भारत सरकार ने हाजियों को पर्याप्त मात्रा में ओआरएस उपलब्ध कराया और उन्हें हाइड्रेटेड रहने की सलाह दी। हज सुविधा ऐप के जरिए 2000 से अधिक एसओएस अनुरोधों का समाधान किया गया।
गौरतलब है कि साल 2024 में 1.8 मिलियन हाजियों ने हज में हिस्सा लिया था, जिन्हें भीषण गर्मी की वजह से बहुत सारी समस्याओं का सामना करना पड़ा। अकेले एक दिन में हीट की वजह से बीमार पड़ने के 2,700 से अधिक मामले सामने आए थे। जिसमें 1,301 की मौत हो गई, इनमें से 208 भारतीय थे।