बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ जारी हिंसा के बीच पुलिस ने रविवार (22 दिसंबर 2024) को एक अल्पसंख्यक श्रद्धालु का शव बरामद किया। तरुण कुमार दास नाम के 55 वर्षीय हिंदू के हाथ-पैर बँधे हुए थे। माना जा रहा है कि तरुण की हत्या गला घोंटकर की गई है। वहीं, मंदिर के दानपेटी को लूट लिया गया है। वहीं, पत्थर की एक प्रतिमा भी गायब है।
Incident 16:
— Human Rights Watch Bangladesh (@hrw_bangladesh) December 22, 2024
The Priest of Kalibari Temple in Natore has been brutally murdered in Bangladesh. The deceased was identified as Tarun Chandra Das, who lived in the cremation temple for 23 years. The temple's donation box and storehouse locks were broken.https://t.co/zZFVe1VHYM… pic.twitter.com/AXk9ssEXon
मंदिर और श्मशान घाट के कर्मचारी दैनिक पूजा-पाठ करके चले गए थे, लेकिन तरुण वही थे। परिजनों ने बताया कि तरुण मानसिक रूप से असंतुलित थे और अक्सर श्मशान घाट में रहते थे। यह घटना नटोर सदर उपजिला के काशिमपुर श्मशान घाट पर स्थित एक मंदिर की है। बांग्लादेश की स्थानीय मीडिया ‘डेली स्टार’ के मुताबिक, पुलिस ने इसे लूट-पाट की घटना बताई है।
श्मशान घाट और मंदिर प्रबंधन समिति के महासचिव सत्यनारायण रॉय ने बताया कि मंदिर का दान-पात्र टूटा हुआ था और उसमें रखी नकदी लूट ली गई थी। पूजा और अन्य अनुष्ठानों के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले पीतल के बर्तन भी लूट लिए गए। इनका वजन तीन से चार टन था, जिनकी कीमत करीब 2,00,000 टका (लगभग 1,43,000 रुपए) थी।