पश्चिम बंगाल के शहरी विकास मंत्री और कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम ने अल्पसंख्यक छात्रों के एक कार्यक्रम में विवादित बयान देकर राजनीति में हलचल मचा दी है। फिरहाद हकीम ने कहा, “बंगाल में मुस्लिम आबादी 33 प्रतिशत और देश में 17 प्रतिशत है। हम अल्पसंख्यक कहलाते हैं, लेकिन अगर अल्लाह ने चाहा, तो हम एक दिन बहुमत में होंगे।”
He is Firhad Hakim, Mayor of Kolkata and Minister in Mamata Banerjee Govt.
— Facts (@BefittingFacts) December 14, 2024
This video is specially for so called secular Hindus: Listen to your favourite minister. pic.twitter.com/7aFBnHaESK
ममता सरकार के मंत्री फिरहार ने कहा, “हमारी कौम (आबादी) मोमबत्ती लेकर वी वॉन्ट जस्टिस करते हुए जुलूस निकालती है, लेकिन मैं कहता हूँ कि मोमबत्ती हाथ में लेकर जस्टिस माँगने से जस्टिस नहीं मिलेगा। अपना रुतबा और अपनी औकात उस जगह पर ले जाओ, जहाँ पर तुम खुद जस्टिस दे पाओ।”
बीजेपी ने उनके बयान पर कड़ा विरोध जताते हुए इसे नफरत फैलाने वाला भाषण करार दिया। बंगाल भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा कि यह बयान देश में बांग्लादेश जैसी स्थिति बनाने का इशारा है।
फिरहाद हकीम ममता सरकार के वरिष्ठ नेता और भरोसेमंद सहयोगी माने जाते हैं। उनके बयान अक्सर विवाद का कारण बनते रहे हैं, इसके बावजूद उन पर कोई कार्रवाई न होना ये बताता है कि उन्हें ममता बनर्जी की खुली छूट मिली हुई है।