विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल से शुक्रवार (21 मार्च, 2025) को साप्ताहिक मीडिया ब्रीफिंग में न्याय का सामना करने के लिए जाकिर नाइक के प्रत्यर्पण पर सवाल किया गया। इस पर उन्होंने कहा कि कि भारत में जो आदमी भगौड़ा और वांटेड है, उसे पाकिस्तान में सम्मानित किया जा रहा है। यही दिखाता है कि उस देश का दृष्टिकोण कैसा है और इसका हमारे लिए क्या मतलब है। एक वांटेड को इतना समर्थन देने का क्या मतलब है?
इस्लामी उपदेशक जाकिर नाइक को भारत सरकार 2016 में भगोड़ा घोषित कर चुकी है। भारत में मनी लॉन्ड्रिंग, हिंदू घृणा से भरे भाषण समेत कई अन्य मामलों के लिए उस पर केस दर्ज हैं। 2016 में भारत से भागने के बाद वह मलेशिया का स्थायी निवासी बन गया। इसके बाद उसका भारतीय पासपोर्ट रद्द कर दिया गया था। पिछले साल अक्तूबर 2024 में जाकिर ने पाकिस्तान का दौरा भी किया था।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, नई दिल्ली स्थित पाकिस्तान उच्चायोग द्वारा गुरुवार (21 मार्च 2025 को) को नवरोज का त्योहार और राष्ट्रीय दिवस समारोह के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में भारतीय पक्ष को आमंत्रित किए जाने के बारे में सवाल पूछा गया, जिसमें भारतीय अधिकारी नहीं शामिल हुए। इस पर रणधीर जायसवाल ने कहा, “आमंत्रित किए जाने को लेकर मेरे पास पुष्ट जानकारी नहीं है…जहाँ तक निमंत्रण की बात है तो वे रिश्तों पर निर्भर करते है। निमंत्रणों का सम्मान किया जाता है। उन्हें स्वीकार करना रिश्तों की प्रकृति पर निर्भर करता है।”