‘पेरेंट से सेक्स’ का बयान देने वाले रणवीर इलाहाबादिया के खिलाफ महाराष्ट्र और असम में अश्लीलता परोसने का मुकदमा दर्ज किया गया है। इसको लेकर इलाहाबादिया ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है और राहत की माँग की है। इलाहाबादिया की ओर से अभिनव चंद्रचूड़ पेश हुए और भारत के मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना के समक्ष मामले का उल्लेख करते हुए इस पर तत्काल सुनवाई की माँग की।
हालाँकि, CJI खन्ना ने चंद्रचूड़ के अनुरोध को यह कहते हुए ठुकरा दिया कि मामलों का मौखिक उल्लेख करने की अनुमति नहीं है। सीजेआई ने कहा कि उन्होंने मामले की सुनवाई के लिए तारीख तय कर दी है। बता दें कि इस मामले में बवाल होने के बाद महाराष्ट्र और असम पुलिस ने अलग-अलग एफआईआर दर्ज की है। वहीं, राष्ट्रीय महिला आयोग ने इलाहाबादिया सहित 7 आरोपितों को तलब किया है।
एनसीडब्ल्यू ने कहा, “एनसीडब्ल्यू ने ‘इंडियाज गॉट लैटेंट’ शो में की गई अपमानजनक और नस्लवादी टिप्पणियों को गंभीरता से लिया है। चेयरपर्सन विजया राहतकर ने रणवीर इलाहाबादिया, समय रैना, अपूर्व मखीजा, जसप्रीत सिंह, आशीष चंचलानी, तुषार पुजारी और सौरभ बोथरा को 17 फरवरी 2025 को एनसीडब्ल्यू कार्यालय, नई दिल्ली में व्यक्तिगत सुनवाई के लिए समन जारी किया है।”