ईरान और इजरायल के बीच 13 जून 2025 से ही संघर्ष चल रहा है। दोनों देशों की तरफ से लगातार हमले हो रहे हैं। शनिवार (21 जून 2025) को इजरायल ने ईरान के कई शहरों पर मिसाइली हमला किया है, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई है।
इससे पहले ईरान ने इजरायल के तेल अवीव और कई अन्य शहरों पर मिसाइल से हमला किया था। जिससे वहाँ की इमारतें क्षतिग्रस्त हुई थी। जवाबी कार्रवाई करते हुए इजरायल ने ईरान के कोम, इस्फहान में हमले किए। इसमें 2 लोगों की मौत हो गई है और चार लोगों के घायल होने की सूचना है।
इजरायल के विदेश मंत्री गिडोन सार का कहना है कि इजरायल के हमलों से ईरान का परमाणु कार्यक्रम कम से कम दो-तीन वर्षों के लिए तो पीछे कर दिया है। वहीं इस संघर्ष पर लगातार बयानबाजी कर रहे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का कहना है कि इजरायल ईरान के परमाणु ठिकाने को कोई खास नुकसान नहीं पहुँचा सकता है।
उन्होंने कहा कि ईरान के परमाणु ठिकाने पहाड़ से लगभग 80 मीटर नीचे बने हुए हैं। इजरायल के पास इतनी गहराई तक पहुँच कर इसे ध्वस्त करने की क्षमता नहीं है।