ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी ने ईरान को चेतावनी दी है कि वे संयुक्त राष्ट्र की परमाणु निगरानी संस्था IAEA के प्रमुख राफेल ग्रॉसी को धमकी देना बंद करें। यह चेतावनी तब आई जब ईरान के एक अखबार ने कहा कि ग्रॉसी को इजरायल का जासूस मानकर मुकदमा चलाकर फाँसी दे देनी चाहिए।
तीनों देशों ने एक बयान में कहा कि वे ग्रॉसी और IAEA का पूरा समर्थन करते हैं। उन्होंने ईरान से IAEA के साथ सहयोग बंद न करने और उनके कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने को कहा।
ईरान ने हाल ही में अपनी परमाणु सुविधाओं से IAEA के निगरानी कैमरे हटा दिए थे। आरोप लगाया कि इजरायल ने इनसे ‘संवेदनशील जानकारी‘ चुराई थी। ईरान ने ग्रॉसी को भी देश में आने से रोक दिया है। ईरान का कहना है कि IAEA उनके साथ निष्पक्ष नहीं रहा है, खासकर तब जब इजरायल ने ईरान की परमाणु सुविधाओं पर हमला किया था।
IAEA प्रमुख ग्रॉसी ने कहा है कि उनकी सबसे बड़ी प्राथमिकता यह सुनिश्चित करना है कि उनके परमाणु निरीक्षक जल्द से जल्द ईरान की परमाणु साइटों पर लौट सकें।