मध्य प्रदेश कैडर के आईएएस अधिकारी नियाज खान ने कहा है कि इस्लाम अरब का मजहब है और भारत में सभी मूल रूप से हिंदू थे। नियाज खान ने कहा कि धर्म बदलने से हमारी मूल पहचान नहीं बदलती और हमें अपने साझा सांस्कृतिक और आनुवंशिक विरासत को समझना चाहिए।
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर लिखा, “इस्लाम तो अरब का धर्म है। यहाँ तो सभी हिंदू थे। हिंदू से लोग मुस्लिम बनाए गए थे। इसलिए भले ही धर्म अलग अलग हों लहू तो एक है। सभी एक संस्कृति का हिस्सा रहे हैं। अगर जो मुस्लिम अरब के लोगों को आदर्श मानते हैं वे पुनर्विचार करें। सर्वप्रथम हिंदुओं को अपना भाई माने बाद में अरब को।”
इस्लाम तो अरब का धर्म है। यहां तो सभी हिंदू थे। हिंदू से लोग मुस्लिम बनाए गए थे। इसलिए भले ही धर्म अलग अलग हों लहू तो एक है। सभी एक संस्कृति का हिस्सा रहे हैं। अगर जो मुस्लिम अरब के लोगों को आदर्श मानते हैं वे पुनर्विचार करें। सर्वप्रथम हिंदुओं को अपना भाई माने बाद में अरब को।
— NIYAZ KHAN (@saifasa) February 16, 2025
नियाज खान ने कहा कि इस्लाम मूल रूप से अरब में उत्पन्न हुआ और समय के साथ यह मलेशिया, इंडोनेशिया सहित 57 से अधिक देशों में फैल गया। उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत के मुसलमानों के जीन (DNA) की जाँच करने पर पता चलेगा कि वे सऊदी अरब, ईरान या इराक के नहीं, बल्कि भारतीय हिंदुओं के समान हैं।