वक्फ (संशोधन) क़ानून को लेकर देशभर में जारी विवाद के बीच जमीयत उलेमा-ए-हिंद के प्रमुख मौलाना महमूद मदनी ने रविवार (13 अप्रैल, 2025) को कहा कि यह लड़ाई खत्म नहीं होगी और समुदाय इसके लिए हर प्रकार की कुर्बानी देने को तैयार है।
उन्होंने कहा, “हम आज़ादी से पहले भी क़ुर्बानियाँ दे चुके हैं। अगर लड़ना पड़े तो लड़ेंगे, इंतज़ार करना पड़े तो करेंगे। यह केवल वक्फ का मुद्दा नहीं बल्कि राजनीति का खेल है। मुस्लिम के नाम पर कभी गालियाँ देकर तो कभी हमदर्द बनकर यह कानून दुर्भावनापूर्ण इरादों से लागू किया गया है।”
#WATCH | दिल्ली: वक्फ संशोधन अधिनियम पर जमीयत उलेमा-ए-हिंद के प्रमुख महमूद मदनी ने कहा, "यह वक्फ का मामला नहीं बल्कि राजनीति है। मुसलमानों के नाम पर, कभी मुसलमानों को गाली देकर या मुसलमानों का हमदर्द बनकर दुर्भावना के साथ इस अधिनियम को लागू किया गया… यह अधिनियम या संशोधन देश,… https://t.co/xGPoI2ZeuQ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 13, 2025
वहीं पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में वक्फ कानून को लेकर हिंसक प्रदर्शन में अब तक 150 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है। शनिवार को कोलकाता हाईकोर्ट की विशेष पीठ ने जिले में तत्काल केंद्रीय बलों की तैनाती का आदेश दिया।
हिंसा में अब तक तीन लोगों की मौत हो चुकी है। केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने ममता बनर्जी सरकार पर वोटबैंक की राजनीति का आरोप लगाते हुए कहा, “राज्य सरकार तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है और हिंदू समुदाय पर हो रहे हमलों पर चुप है, जो निंदनीय है।” इस बीच, कोलकाता में बीजेपी नेताओं ने राज्य सरकार के खिलाफ विरोध मार्च भी निकाला।