झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने कहा कि बांग्लादेशी घुसपैठिये वनवासियों की बहू-बेटियों के साथ अत्याचार और उनकी जमीनों पर जबरन कब्जा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि झारखंड में धर्मांतरण हो रहा है। धर्मांतरण की प्रथा पहले नहीं थी। पिछले कुछ साल से इसमें बढ़ोतरी हुई है, लेकिन हेमंत सोरेन की सरकार इन लोगों पर कार्रवाई नहीं कर रही है।
भास्कर से बातचीत में चंपई ने कहा कि झारखंड के क्रांतिकारियों ने अंग्रेजी हुकूमत से लड़कर संथाल परगना बनाया था। आज वहाँ बांग्लादेशी घुसपैठिए बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि संथाल के एक दर्जन से ज्यादा गाँवों में घुसपैठियों का कब्जा है। जिन गाँवों में 100-150 आदिवासी परिवार रहते थे, वहाँ आज एक भी परिवार नहीं बचा। उन्होंने कहा कि चुनाव जीतने के बाद वे घुसपैठियों से अपनी जमीनें वापस लेंगे।
उन्होंने कहा कि अलग झारखंड बनने के बाद से बांग्लादेशी घुसपैठ एक बड़ा मुद्दा बन गया है। भाजपा को छोड़कर इस पर कोई भी पार्टी ध्यान नहीं दे रही है। उन्होंने हेमंत सोरेन की सरकार पर भ्रष्टाचार का भी आरोप लगाया। बता दें कि 30 साल तक झारखंड मुक्ति मोर्चा में रहे चंपई सोरेन पहली बार भाजपा की टिकट पर झारखंड विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं।