ऑफिसर की पहचान सार्जेंट हरिंदर सोही के तौर पर हुई है। प्रशासन ने 18 साल से फोर्स में कार्यरत हरिंदर पर कार्रवाई एक वीडियो वायरल होने के बाद की। उस वीडियो में वो ब्रैम्पटन स्थित मंदिर के बाहर खालिस्तानी भीड़ के बीच झंडा लेकर खड़ा था।
वीडियो में पहचान होते ही लोग कनाडा पुलिस पर सवाल उठाने लगे और इसी बीच पील पुलिस के प्रवक्ता रिचर्ड चिन ने इस सस्पेंशन की जानकारी दी।
बता दें कि एक तरफ लोग हरिंदर की केवल सस्पेंशन कार्रवाई से असंतुष्ट है तो दूसरी ओर पता चला है कि सोशल मीडिया पर मिली कथित धमकियों के कारण कनाडा की रीजनल पुलिस ने उसे मदद और सुरक्षा का प्रस्ताव दिया है।