बता दें कि मंगा आतंकवादी संगठन खालिस्तानी कमांडो फोर्स (KCF) का सदस्य है। ATS अधिकारियों के अनुसार, मंगा 11 मार्च 1993 को गिरफ्तार हुआ था, लेकिन दो साल बाद उसे बेल मिल गई थी। जमानत पर छूटने के बाद से ही वो अंडर ग्राउंड हो गया था। पिछले काफी समय से गाजियाबाद के कविनगर स्थित विवेकानंद नगर में मंगा छिप कर रह रहा था।
मूलरूप से पंजाब के अमृतसर जिले के टिममोवाल खिलचियाँ निवासी मंगा पर गाजियाबाद के साहिबाबाद थाने में टाडा के तहत मुकदमा दर्ज था। इसी मामले में ही उसे जेल भेजा गया था। इससे पहले मंगा के भाई संगत सिंह को पंजाब पुलिस ने व्यास जिले में साल 1990 में मुठभेड़ में मार गिराया था। वह खालिस्तानी कमांडो का चीफ था।