भारतीय नौसेना के पूर्व अधिकारी कुलभूषण जाधव को पकड़ने में पाकिस्तान की कुख्यात खुफिया एजेंसी ISI की मदद करने वाला मुफ्ती शाह मीर मारा गया है। उसे अज्ञात हमलवारों ने गोली मार दी। बता दें कि कुलभभूषण जाधव ईरान में व्यापार करते हैं। वहाँ से उनका अपहरण करके पाकिस्तान लाया गया और उन्हें जासूस घोषित करके मौत की सजा सुना दी गई। जाधव अभी पाकिस्तानी जेल में हैं।
यह घटना बलूचिस्तान की है। मुफ्ती शुक्रवार (7 मार्च) की रात को तुरबत की एक मस्जिद में नमाज पढ़ने के लिए गया था। नमाज पढ़कर मस्जिद के निकलते ही उसे अज्ञात बंदूकधारियों ने गोलियों से भून दिया। जिला पुलिस अधिकारी रशीद उर रहमान के अनुसार, एक हमलावर मस्जिद के अंदर घुस गया और दूसरा बाहर निकलने के रास्ते पर खड़ा था।
अफगानिस्तान तक में खुद को मुजाहिद की तरह पेश करने वाला शाह मीर इस्लामी कट्टरपंथी राजनीतिक दल जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम का सदस्य था। बलूचिस्तान में धार्मिक कट्टरता फैलाने में उसका हाथ था। बलूच लोगों के अपहरण कर उन्हें ISI के हवाले करने और हत्या में करने में भी शाह मीर का बड़ा हाथ था। ISI की कठपुतली शाह मीर ड्रग्स और हथियार तस्करी से लेकर मानव तस्करी तक में शामिल था।