कुर्दिश लड़ाकों ने तुर्किए में 40 साल से चल रही जंग को खत्म करने के लिए शनिवार (1 मार्च 2025) को सीजफायर का ऐलान किया। ये फैसला उनके जेल में बंद नेता अब्दुल्ला ओजालान के उस बयान के बाद आया, जिसमें उन्होंने दो दिन पहले अपनी पार्टी PKK से हथियार डालने और खत्म होने को कहा था।
PKK ने कहा कि वो आज से सीजफायर शुरू कर रहे हैं ताकि ओजालान का शांति और लोकतंत्र का सपना पूरा हो सके। उन्होंने ये भी साफ किया कि उनके लड़ाके तब तक हथियार नहीं उठाएँगे, जब तक उन पर हमला न हो। 1984 से शुरू इस जंग में अब तक 40 हजार से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं। तुर्किए की 20% आबादी कुर्द है।
ओजालान 1999 से तुर्किए की जेल में हैं और हाल ही में कुर्द नेता उनसे मिलने गए थे। PKK ने कहा कि शांति के लिए ओजालान को जेल से छोड़ना होगा ताकि वो खुद अपनी पार्टी का आखिरी सम्मेलन चला सकें। तुर्किए के राष्ट्रपति रेकेप तैय्यप एर्दोगन ने इसे ऐतिहासिक मौका बताया।
हालाँकि पीकेके के इस फैसले का पड़ोसी देशों में रह रहे कुर्दों पर क्या असर पड़ेगा, ये देखने वाली बात होगी। तुर्किए के साथ ही सीरिया, ईरान और इराक में भी कुर्दों की अच्छी आबादी है।