Friday, January 17, 2025

पद्म विभूषण से सम्मानित प्रसिद्ध तबला वादक उस्ताद जाकिर हुसैन का निधन, सैन फ्रांसिस्को में ली आखिरी साँस

प्रसिद्ध तबला वादक और पाँच बार के ग्रैमी पुरस्कार विजेता उस्ताद जाकिर हुसैन का 73 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। वह लंबे समय से साँस की बीमारी इडियोपैथिक पल्मोनरी फाइब्रोसिस से जूझ रहे थे और सैन फ्रांसिस्को के एक अस्पताल में उन्होंने अंतिम साँस ली। उनके परिवार ने उनके इंतकाल की पुष्टि की है।

उस्ताद जाकिर हुसैन ने भारतीय और पश्चिमी संगीत के बीच पुल का काम किया। उनके पिता मशहूर तबला वादक उस्ताद अल्लारक्खा ने उन्हें संगीत की बारीकियाँ सिखाईं। जाकिर हुसैन ने पंडित रविशंकर, उस्ताद अली अकबर खान और पंडित शिवकुमार शर्मा जैसे दिग्गजों के साथ काम किया।

उन्हें 1988 में पद्मश्री, 2002 में पद्मभूषण, और 2023 में पद्मविभूषण से सम्मानित किया गया। 1999 में उन्हें अमेरिका का नेशनल हेरिटेज फेलोशिप और 2017 में एसएफजैज़ लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड दिया गया।

उस्ताद जाकिर हुसैन ने भारतीय शास्त्रीय संगीत को दुनिया भर में पहचान दिलाई। उनके संगीत ने लाखों लोगों के दिलों में अपनी जगह बनाई। उनकी मौत संगीत जगत के लिए अपूरणीय क्षति है।