केरल के पूर्व बीजेपी अध्यक्ष के. सुरेंद्रन ने मलप्पुरम जिले को लेकर बड़ा दावा किया है। मंगलवार (8 अप्रैल 2025) को उन्होंने कहा कि रमजान के महीने में मलप्पुरम में एक बूँद पानी तक मिलना मुश्किल हो जाता है। सबरीमाला में तीर्थयात्रा के दौरान नॉनवेज खाना मिलता है, लेकिन मलप्पुरम में रेस्तराँ बंद रहते हैं।
सुरेंद्रन ने इसे फासीवाद करार दिया और पूछा कि अगर ये अन्याय नहीं तो क्या है? उनका कहना है कि कोझिकोड के कुछ इलाकों में भी यही हाल है, पर प्रगतिशील लोग इस पर चुप रहते हैं।
के सुरेंद्रन ने कहा, “सबरीमाला जाते वक्त हम माँस नहीं खाते, पर दुकानों से वेज खाना बेचने की जिद नहीं करते। लेकिन मलप्पुरम में रमजान के दौरान पानी तक नहीं मिलता। ये क्या तरीका है?” सुरेंद्रन ने कोझिकोड के कुछ इलाकों में भी ऐसी दिक्कत होने की बात कही। उनका कहना है कि मलप्पुरम में मुस्लिम लीग का दबदबा है, इसलिए कोई सवाल उठाने को तैयार नहीं।
सुरेंद्रन ने ये भी बताया कि वहाँ कुछ स्कूलों में रमजान में बच्चों को मिड-डे मील नहीं दिया जाता। साथ ही, वैक्सीन के खिलाफ गलत प्रचार चल रहा है। आसमाँ नाम की महिला की घर पर डिलीवरी के दौरान मौत का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, “पहले लगा जानकारी की कमी है, पर कुछ कट्टर लोग अस्पताल जाने और वैक्सीन लेने से रोक रहे हैं।”