मणिपुर में मैतेई और कुकी जनजाति के लोगों के बीच जारी विवाद के बीच राज्य सरकार ने हालात को सामान्य करने की कोशिश की है। मणिपुर सरकार ने लोगों के लिए घाटी और पहाड़ियों के बीच के रास्ते को खोल दिया है। हालाँकि, इस दौरान सुरक्षा भी दी जाएगी। आने-जाने वाले को यह सुविधा शुरुआत में कुछ घंटों तक ही मिलेगी। इसके लिए संबंधित जिलाधिकारी को मोबाइल पर बताना होगा।
मणिपुर के मुख्य सचिव द्वारा जारी नोटिफिकेशन के अनुसार, दोनों पक्षों को आश्वासन दिया गया है कि यदि वे एक दूसरे के यहाँ जाना चाहते हैं तो उन्हें एस्कॉर्ट प्रदान किया जाएगा। 4 दिसंबर से इम्फाई-कांगपोकल-सेनापति, नापति-कांगपोकल-इम्फाल, इंफाल-बिष्णुपुर-चुराचांदपुर और चुराचांदपुर-विष्णुपुर-इंफाल मार्ग पर सुरक्षा कर्मी तैनात किए गए हैं।
सरकार ने कहा कि इस आवाजाही में बाधा डालने वाले या हिंसा की कोशिश करने वालों को छोड़ा नहीं जाएगा। राज्य सरकार ने इस पहल में सभी लोगों से सहयोग और समर्थन देने की अपील की है। दरअसल, कुकी लोगों के लिए इम्फाल हवाई अड्डे तक जाना एक चुनौती थी, क्योंकि यह मैतेई क्षेत्र में स्थित है। वहीं, मैतेई लोग कुकी बहुल पहाड़ी क्षेत्र में नहीं जा सकते थे।