पूर्व इंटरनेशनल क्रिकेटर मनोज तिवारी ने भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी पर निशाना साधा है। उन्होंने एक मीडिया आउटलेट के साथ बातचीत में बताया कि साल 2011 में वेस्ट इंडीज के खिलाफ खेले गए वनडे मैच में शानदार शतक के बावजूद उन्हें अगले ही मैच में ड्रॉप कर दिया गया। इस फैसले से वो काफी दुखी हुए थे।
मनोज तिवारी ने इस घटना पर बात करते हुए अपने उस समय के कप्तान एम. एस. धोनी पर अप्रत्यक्ष रूप से निशाना साधा। उन्होंने कहा, “जब कोई खिलाड़ी अपने करियर के पीक पर होता है और उसे टीम से बाहर कर दिया जाता है, तो उसका आत्मविश्वास पूरी तरह टूट जाता है।” तिवारी ने यह भी कहा कि वह भविष्य में अपनी आत्मकथा में इस घटना के बारे में और विस्तार से बात करेंगे। उन्होंने कहा, “दुख तो होता ही है, लेकिन जीवन को आगे बढ़ाना पड़ता है।” उन्होंने बताया कि इसके बाद उन्हें लगभग आठ महीने तक टीम में वापसी का इंतजार करना पड़ा।
मनोज तिवारी भारतीय टीम में 2008 से 2015 के बीच महज 12 वनडे मैचों का हिस्सा रहे, जिसमें उन्होंने 287 रन बनाए। जिसमें 104 रनों का पारी सर्वश्रेष्ठ रही। उन्होंने वनडे मैचों में 5 विकेट भी लिए। वहीं, अक्टूबर 2011 से सितंबर 2012 के बीच उन्हें सिर्फ 3 टी20 इंटरनेशनल मैचों में मौका मिला, जिसमें उनकी बैटिंग सिर्फ एक बार आई, उसमें उन्होंने 15 रन बनाए।