पेरिस ओलंपिक में दो कांस्य पदक जीतने वाली भारत की शीर्ष निशानेबाज मनु भाकर को खेलरत्न अवॉर्ड के लिए नामित नहीं किया गया, जिससे यह मामला चर्चा में है। अब मनु भाकर ने इस विवाद पर बयान दिया है। उन्होंने कहा कि शायद उनके नामांकन में कोई चूक हुई है। मनु ने सोशल मीडिया पर लिखा कि एक एथलीट का मुख्य काम अपने देश के लिए खेलना और अच्छा प्रदर्शन करना है, और नामांकन के समय शायद कोई गलती हुई होगी जिसे सुधारने की कोशिश की जा रही है।
— Manu Bhaker🇮🇳 (@realmanubhaker) December 24, 2024
मनु के पिता राम किशन ने भी इस मुद्दे पर बयान दिया है। उनका कहना था कि मनु ने ऑनलाइन पोर्टल पर अपना नाम सौंपा था, फिर भी वह शॉर्टलिस्ट में शामिल नहीं हो पाईं। उन्होंने खेल मंत्रालय और नामांकन समिति पर भी सवाल उठाए। राम किशन ने यह भी कहा कि वह मनु को क्रिकेटर बनाने का पछतावा महसूस कर रहे हैं, क्योंकि अगर वह क्रिकेटर होतीं, तो उन्हें सभी पुरस्कार मिल जाते।
हालाँकि खेल मंत्रालय ने कहा कि सूची अभी तय नहीं हुई है और मनु के नामांकन पर जल्द फैसला लिया जाएगा।
बता दें कि मनु भाकर ने पेरिस ओलंपिक में 10 मीटर एयर पिस्टल के व्यक्तिगत इवेंट में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। इसके बाद उन्होंने इसी ओलंपिक में शूटिंग के 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्स्ड टीम इवेंट में सरबजोत सिंह के साथ मिलकर एक ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया था।