मीरजापुर की रहने वाली 15 वर्षीय किशोरी को उसकी माँ ने किसी बात पर डाँट दिया। नाराज होकर वह घर से भाग गई। ट्रेन से वह प्रयागराज पहुँची। रास्ते में उसकी मुलाकात अशफाक से हुई। पूछने पर उसने अपना नाम राजू तिवारी बताया। किशोरी को वापस घर छोड़ने के बहाने वह उसे कानपुर के एक होटल ले गया और उसके रेप किया।
9 जून 2025 को किशोरी माँ की डाँट से क्षुब्ध होकर घर से निकल गई। प्रयागराज पहुँचने पर राजू तिवारी बने आरोपित ने उसे वापस घर छोड़ने की बात कही। इसके बाद वह उसे फतेहपुर के रास्ते कानपुर लेकर आया। इसके बाद घंटाघर में एक होटल में कमरा लिया।
लड़की को वह फुसलाकर कमरे में ले गया और उसका रेप किया। पीड़िता ने वहाँ से भागकर अपनी जान बचाई और पुलिस के पास पहुँची। तब तक आरोपित वहाँ से फरार हो गया। पुलिस ने पीड़िता के घरवालों से संपर्क किया। इसके बाद परिजनों ने हरबंश मोहाल थाने में शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस ने अशफाक की खोज शुरू कर उसे कानपुर सेंट्रल स्टेशन के पास कैंट साइड से पकड़ा। गिरफ्तारी के बाद पुलिस जाँच में पता चला कि अशफाक झारखंड के हजारीबाग का रहने वाला है।