मोहाली की पॉक्सो कोर्ट ने पादरी बजिंदर सिंह को 2018 के जीरकपुर रेप केस में दोषी ठहराया तो लोगों की सांसें थम गईं। सात साल पहले एक नाबालिग लड़की ने जालंधर के इस पादरी पर इल्जाम लगाया था कि उसने चमत्कार का लालच देकर उसका फायदा उठाया। बजिंदर उसे चर्च के अकेले केबिन में ले जाता था, गलत हरकतें करता था और अश्लील मैसेज भेजता था।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, पीड़िता की शिकायत पर जीरकपुर पुलिस ने बजिंदर समेत 7 लोगों पर केस दर्ज किया था। इनमें बजिंदर के अलावा, अकबर भट्टी, राजेश चौधरी, सुच्चा सिंह, जतिंदर कुमार, सितार अली और संदीप पहलवान शामिल थे। जुलाई 2018 में बजिंदर लंदन भागने की कोशिश में दिल्ली एयरपोर्ट पर पकड़ा गया। शुक्रवार (28 मार्च 2025) को कोर्ट में 6 और आरोपियों के साथ पेश हुआ, पर सबूत न मिलने से बाकी 5 छूट गए। अब 1 अप्रैल को सजा सुनाई जाएगी।
पुलिस ने कहा कि ‘चर्च ऑफ ग्लोरी एंड विज्डम’ चलाने वाला बजिंदर बीमारियों को ठीक करने का ढोंग करता था। कपूरथला पुलिस ने SIT बनाकर जाँच की थी। पीड़िता की हिम्मत और कोर्ट के फैसले से लोगों को इंसाफ की उम्मीद जगी, पर सजा का इंतजार अभी बाकी है।