शेख हसीना का तख्तापलट कर सत्ता में आए मोहम्मद यूनुस बांग्लादेश में मीडिया की आजादी का गला घोंट रहे हैं। मोहम्मद युनुस की सरकार आने के बाद बांग्लादेश के ढाका, चटगांव, बोगरा और राजशाही में कम से कम 137 पत्रकारों पर 32 आपराधिक मामले दर्ज हो चुके है। उन्हें हत्या, दंगा, अपहरण, तोड़फोड़, जबरन वसूली और हमला आदि का आरोपित बनाया गया है।
बांग्लादेशी मीडिया संस्थान ‘द डेली स्टार‘ रिपोर्ट के मुताबिक ये मामले 21 अगस्त, 2024 से 20 अप्रैल, 2025 के बीच दर्ज किए गए हैं। कई मामलों में पत्रकारों को पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के साथ सह-आरोपित बनाया गया है। तो कई पत्रकारों पर विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के आरोप लगाए गए हैं।
ढाका मेट्रोपॉलिटन पब्लिक प्रॉसिक्यूटर का कहना है कि टीवी टॉक शो में जिन पत्रकारों ने शेख हसीना का समर्थन किया था, उन्हें आपराधिक मामलों में आरोपित बनाया गया है। सुप्रीम कोर्ट के वकील ने पत्रकारों पर हत्या के आरोपों को ‘चौंकाने वाला’ बताया है। उन्होंने कहा कि मोहम्मद युनुस सत्ता का दुरूपयोग कर रहे हैं।