पश्चिम बंगाल में मुर्शिदाबाद जिले के शमशेरगंज में 11 अप्रैल 2025 को वक्फ संशोधन अधिनियम के विरोध के नाम पर हिंदुओं के खिलाफ जमकर हिंसा की गई। जुम्मे की नमाज के तुरंत बाद शुरू हुई इस हिंसा में हिंदू समुदाय को चुन-चुनकर निशाना बनाया गया। उनके घरों-दुकानों और मंदिरों को लूटने के बाद उन्हें जला दिया गया। वहाँ के स्थानीय हिंदुओं की उन भयावह घटनाओं के बारे में बताया है।
एक स्थानीय हिंदू शिक्षक ने बताया कि कैसे उनके ही कुछ मुस्लिम छात्र हिंसक भीड़ का हिस्सा बनकर उनके घर पर हमला करने आए। उन्होंने कहा, “मेरे घर को करीब 100-150 लोगों ने घेर लिया था। मैं यह देखकर हैरान रह गया कि मेरे कुछ छात्र भी हथियार लेकर आए थे। उनके हाथों में हथियार थे। उन्होंने सब कुछ लूट लिया, सोना, पैसा और अन्य कीमती सामान।”
शिक्षक ने आगे कहा, “उन्होंने मेरी एसएससी की किताबें भी जला दीं। अब मैं कैसे तैयारी करूँगा? अगर हम वहाँ रहते तो आज जिंदा नहीं होते।” बात दें कि वक्फ कानून के विरोध के नाम पर हिंदुओं के खिलाफ उत्पात कई दिनों तक चलता रहा। इस दौरान हत्या, आगजनी से लेकर महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार तक किया गया। दंगाइयों के डर से हजारों हिंदुओं को अपने घर को छोड़कर मालदा में पलायन करना पड़ा।