केरल के एक मौलवी इब्राहिम सकाफी पुजक्कट्टीरी ने विधवा महिलाओं के घूमने-फिरने को लेकर विवादित बयान दिया है। CPI-M के समर्थन वाले सुन्नी गुट के मौलवी इब्राहिम सकाफी पुजक्कट्टीरी ने 55 वर्षीय नफीसुमा के मनाली टूर पर नाराजगी जताते हुए कहा कि उन्हें घर में बैठकर इबादत करनी चाहिए थी। नफीसुमा 25 साल पहले विधवा हो गई थीं और दिसंबर में अपनी शादीशुदा बेटियों के साथ छुट्टियाँ मनाने मनाली गई थीं।
उनकी यात्रा का एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें वे बर्फ से खेलते हुए दूसरों को भी जीवन का आनंद लेने के लिए प्रेरित कर रही थीं। मौलवी ने इसे ‘समस्या’ करार दिया, जिसके बाद सोशल मीडिया पर उनके बयान की कड़ी आलोचना हो रही है।
नफीसुमा की बेटी जिफना ने मौलवी से माफी माँगने की माँग की है, जबकि मुस्लिम महिला संगठनों ने इसे पितृसत्तात्मक सोच करार दिया। वकील सी. शुक्कुर ने भी राज्य महिला आयोग से मौलवी के खिलाफ कार्रवाई की माँग की है और 1 करोड़ रुपये के हर्जाने की बात कही है।