दुकान पर मालिक का नाम, रजिस्ट्रेशन नंबर और एक क्यूआर कोड लगाना जरूरी है। ताकि यात्रियों को दुकानदारों के बारे में जानने में कोई दिक्कत न हो। यात्रा मार्ग पर खाद्य सुरक्षा विभाग खाद्य सामग्री की निगरानी करेगा। दुकान पर फूड सेफ्टी रजिस्ट्रेशन प्रमाण पत्र लगा होना चाहिए।
मेरठ के आयुक्त के मुताबिक दुकान पर लगे क्यूआर कोड से यात्रियों को डिजिटल ट्रांजेक्शन में मदद मिलेगी साथ ही दुकानदार के बारे में जानकारी तुरंत मिल जाएगी। इससे कांवड़ यात्रियों का भरोसा कायम रहेगा और शिकायतों में कमी आएगी।
कांवड़ यात्रा को लेकर यूपी में सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं। मेरठ, बुलंदशहर, हापुड़, बागपत जैसे इलाकों में विश्राम शिविर बनाया जा रहा है और पुलिस की तैनाती की जा रही है। मेरठ में कांवड़ यात्रा के लिए 184 मजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैं। ये मजिस्ट्रेट 24 जोन और 68 सेक्टरों में यात्रा मार्ग की साफ- सफाई का ख्याल रखेंगे साथ ही खाद्य सामग्री की निगरानी करेंगे। यात्रा मार्ग पर खोया-पाया केन्द्र भी बनाया जा रहा है।
कांवड़ यात्रियों को लेकर इस तरह का फैसला पहले ही उत्तराखंड सरकार ले चुकी है।