बिहार में विधायक की खरीद-फरोख्त मामले में नया खुलासा हुआ है। सामने आया कि नीतीश सरकार को गिराने के लिए बालू माफियाओं से पैसे लिए गए थे। मंगलवार (24 जून 2025) को आर्थिक अपराध इकाई (EOU) के सामने मुख्य आरोपित इंजीनियर सुनील कुमार ने सब कुछ उगल दिया है। बताया गया कि विधायकों को मंत्री पद के लिए 10-10 करोड़ का लालच दिया गया था।
ईओयू ने इंजीनियर से 3 घंटे तक पूछताछ की। पूछताछ में इंजीनियर ने बताया कि विधायकों को लुभाने के लिए बालू माफियाओं समेत अन्य संगठित नेटवर्क से फंडिंग ली गई थी। इस दौरान इंजीनियर के सामने पैसों की सप्लाई के सूत्र, माफियाओं से संपर्क और लेन-देन की योजना संबंधित पुख्ता सबूत पेश किए गए। इसके बाद इंजीनियर ने बालू माफियाओं समेत अन्य नेटवर्क से संपर्क की बात कबूल कर ली।
मामला साल 2024 का है। जब जेडीयू के विधायक सुधांशु शेखर ने इंजीनियर सुनील कुमार पर पिछले साल प्राथमिकी दर्ज कराई थी। आरोप था कि नीतीश कुमार को हटाने की साजिश के तहत विधायकों की खरीद-फरोख्त की जा रही थी। एफआईआर में सुनील को मुख्य आरोपित बताया गया था।