Saturday, March 8, 2025

इस्कॉन के संत चिन्मय दास को नहीं मिली जमानत, इस्लामी कट्टरपंथियों के डर से पैरवी करने को तैयार नहीं हुए वकील: अब जनवरी में होगी सुनवाई

बांग्लादेश में इस्कॉन के संत चिन्मय कृष्ण दास की जमानत याचिका पर मंगलवार (03 दिसंबर 2024) को सुनवाई होनी थी, लेकिन कोई भी वकील उनकी पैरवी के लिए अदालत में नहीं पहुँचा। जानकारी के मुताबिक, कट्टरपंथी समूहों के डर से वकील उनका केस लड़ने से बच रहे हैं। इस कारण अदालत ने अगली सुनवाई के लिए 2 जनवरी, 2025 की तारीख तय कर दी है।

चिन्मय कृष्ण दास पर पिछले महीने राजद्रोह का आरोप लगाकर गिरफ्तार किया गया था। वे चटगाँव में एक रैली में हिस्सा लेने जा रहे थे। आरोप है कि उनकी गिरफ्तारी के बाद अल्पसंख्यक हिंदुओं के बीच गुस्सा बढ़ा और समर्थकों ने प्रदर्शन किया। इसी दौरान सरकारी वकील पर हमला हुआ, जिससे मामला और गंभीर हो गया।

चिन्मय के वकील पर पहले भी जानलेवा हमला हो चुका है, जिसके बाद से नए वकील उनका केस लड़ने को तैयार नहीं हैं। कोर्ट में सरकार ने उनकी जमानत का विरोध किया और अतिरिक्त समय की माँग की। अब 2 जनवरी तक चिन्मय दास जेल में ही रहेंगे। इस घटना ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की स्थिति और कट्टरपंथी दबाव को फिर उजागर कर दिया है।