पाकिस्तान का गला अब सूखने लगा है। भारत ने पहलगाम आतंकी हमले के बाद सिंधु जल संधि को स्थगित करने की घोषणा की थी। इसका असर ये हुआ है कि प्यासा पाकिस्तान अब गिड़गिड़ाने लगा है। ऑपरेशन सिंदूर से पहले ही पाकिस्तान बेदम हो चुका है। अब प्यासा मरने से बचने की कोशिश कर रहा है।
पाकिस्तान के जल संसाधन मंत्रालय ने भारत के जल शक्ति मंत्रालय को पत्र लिखकर अपील की है कि भारत का यह कदम पाकिस्तान में गंभीर जलसंकट पैदा कर सकता है, इसलिए भारत अपने फैसले पर पुनर्विचार करे। 1960 के समझौते के तहत जल बंटवारे पर लाखों लोगों की निर्भरता का हवाला देते हुए पाकिस्तान ने भारत से सिंधु जल संधि (आईडब्ल्यूटी) को निलंबित करने के निर्णय पर पुनर्विचार करने का अनुरोध किया है।
यह पत्र पाकिस्तान के जल संसाधन मंत्रालय के सचिव सैयद अली मुर्तजा ने भारत के जल शक्ति मंत्रालय की सचिव देबाश्री मुखर्जी को भेजा है। सिंधु जल संधि को निलंबित करने के फैसले को “पाकिस्तान के लोगों और उसकी अर्थव्यवस्था पर हमले के बराबर” बताते हुए पाकिस्तान ने भारत से इस फैसले पर पुनर्विचार करने की “अपील” की है।
सूत्रों के मुताबिक जल संसाधन मंत्रालय ने ये पत्र विदेश मंत्रालय को भेज दिया है। हालाँकि भारत ने पाकिस्तान की इस अपील को ठुकरा दिया है।