पाकिस्तान के लिए जासूसी करता वाराणसी से गिरफ्तार मोहम्मद तुफैल ने पूछताछ में कई अहम खुलासे किए हैं। तुफैल के फोन में व्हाट्सएप ग्रुप मिले हैं, जिनसे युवाओं को ब्रेनवॉश किया जा रहा था। इसमें पाकिस्तान हैंडलर भारत के नंबर से जुड़े थे।
UPATS की पूछताछ में तुफैल ने कबूला कि ‘उम्मीद-ए-शहर’ नाम से 8 व्हाट्सएप ग्रुप सक्रिय थे। इन ग्रुप में वाराणसी, आजमगढ़, कानपुर, रामपुर, मुरादाबाद और बरेली जैसे कई शहरों के युवाओं का ब्रेनवॉश किया जा रहा था।
तुफैल ने यह भी स्वीकार किया कि उसका पाकिस्तान की नफीसा नाम की महिला से संपर्क था, जो ISI की एजेंट थी। नफीसा ने ही तुफैल को फर्जी भारतीय सिम कार्ड दिलवाया। इसके अलावा साल 2022 में ISI एजेंट नौशाद मेमन से भी तुफैल ने मुलाकात की थी।
नौशाद मेमन को पंजाब से पकड़ा लिया गया था। ATS अधिकारी दोनों के बीच में कनेक्शन की जाँच कर रहे हैं। दोनों भारत में ISI एजेंट के बड़े नेटवर्क का हिस्सा हो सकते हैं।