Wednesday, April 23, 2025

राज ठाकरे के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अर्जी, मनसे की मान्यता रद्द करने की भी चुनाव आयोग से मांग, हिन्दी भाषियों के खिलाफ हिंसा का मामला

मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की गई है। यह याचिका उत्तर भारतीय विकास सेना के प्रमुख सुनील शुक्ला ने दायर की है। अर्जी में कहा गया है कि एमएनएस कार्यकर्ता हिन्दी भाषी लोगों पर हमले कर रहे हैं और राज ठाकरे के बयानों की वजह से ऐसा हो रहा है। उन्होने एमएनएस की मान्यता रद्द करने की मांग चुनाव आयोग से की है।

मुश्किल में राज ठाकरे और उनकी पार्टी

दरअसल राज ठाकरे ने गुड़ी पड़वा के मौके पर अपने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मराठी भाषा को अनिवार्य बनाने की बात कही थी साथ ही धमकी दी थी कि जो लोग जानबूझकर मराठी भाषा नहीं बोलेंगे, उन लोगों को ‘थप्पड़’ मारा जाएगा।

याचिका में राज ठाकरे के 30 मार्च 2025 को दिए बयान का जिक्र भी किया गया है। राज ठाकरे ने रैली के दौरान कहा था कि कार्यकर्ता जाँच करें कि बैंकों, दुकानों, बाजारों और दूसरे संस्थानों में मराठी का इस्तेमाल हो रहा है या नहीं। इसके बाद कार्यकर्ताओं ने बैंकों और दूसरे प्रतिष्ठानों का दौरा कर ये सुनिश्चित करने की कोशिश की कि हर व्यक्ति मराठी बोले। अगर कोई मराठी नहीं बोल रहा था तो उसे धमकियां दी जा रही थी।

हालांकि बाद में इस अभियान को मराठी भाषा मंत्री उदय सामंत के कहने पर राज ठाकरे ने वापस ले लिया। याचिका में कहा गया है कि मनसे समर्थकों के इस अभियान की वजह से बैंक कर्मचारियों में भय का माहौल है।