Friday, March 21, 2025

दोनों फेफड़े 97% खराब और ऑक्सीजन सपोर्ट पर जीवन, फिर भी प्रयागराज महाकुंभ पहुँच गए संत इंद्र गिरि: कहा- प्राण निकले तो मिलेगा मोक्ष

प्रयागराज में जनवरी मध्य से शुरू होने वाले महाकुंभ में संतों का भी आगमन शुरू हो चुका है। इन्हीं में से एक संत आह्वान अखाड़े के इंद्र गिरि महाराज हैं। हरियाणा के हिसार निवासी संत इंद्र गिरि के दोनों फेफड़े 97% खराब हो चुके हैं। उन्हें ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया है। वे चलने-फिरने में भी असमर्थ हैं। इसके बावजूद वह मेले में हिस्सा लेने के लिए आए हैं।

संत इन्द्र गिरि पिछले लम्बे समय से अस्वस्थ चल रहे हैं। 4 साल पहले उनको डॉक्टरों ने आश्रम से कहीं बाहर नहीं जाने की सलाह दी थी। हालाँकि महाकुंभ में इंद्र गिरि अपनी आस्था और इच्छाशक्ति के बल पर आए हैं। उन्होंने तीनों शाही स्नान के बाद ही घर वापस लौटने का ऐलान किया है। उनका कहना है कि यहाँ प्राण निकले तो उन्हें मोक्ष मिल जाएगा।

इंद्र गिरि पिछले पिछले 4 वर्षों से धूनी तपस्या में लीन थे। इस तपस्या में तपस्वी के चारों तरफ कुंड में हवन चलता रहता है। एक शिष्य ने गलती से उन पर पानी डाल दिया था। इसके बाद से संत इंद्र गिरि की तबीयत खराब रहने लगी और फेफड़े खराब हो गए। वे 1989 से लगातार कुंभ में आ रहे हैं। यहाँ वो भूखों को भोजन करवाने के लिए भंडारा भी चलवाते हैं।