प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जैन धर्म के महान संत आचार्य विद्यानन्द जी महाराज की 100वीं जयंती समारोह में ‘धर्म चक्रवर्ती’ की उपाधि से सम्मानित किया गया। यह समारोह भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय और भगवान महावीर अहिंसा भारती ट्रस्ट, दिल्ली द्वारा आयोजित किया गया। यह सालभर चलने वाली राष्ट्रीय श्रद्धांजलि की शुरुआत थी, जिसमें आचार्य विद्यानन्द जी के योगदान को याद किया गया।
इस समारोह में पीएम मोदी ने आचार्य के कार्यों की सराहना की और कहा कि उनकी शिक्षाएँ समाज को एकता और शांति की दिशा में ले जाती हैं। देशभर के जैन समुदाय और अन्य लोगों ने इस सम्मान को ऐतिहासिक बताया।
#WATCH | Delhi: Prime Minister Narendra Modi being conferred with the title of 'Dharma Chakravarti' at the centenary celebrations of Acharya Vidyanand Ji Maharaj.
— ANI (@ANI) June 28, 2025
(Video Source: DD News) pic.twitter.com/9MvtSPjkwo
आचार्य विद्यानन्द जी महाराज का जन्म 22 अप्रैल, 1925 को कर्नाटक के बेलगावी के शेडबाल में हुआ था। वे आधुनिक युग के महान जैन विद्वान थे, जिन्होंने 8,000 से अधिक जैन आगम श्लोकों को याद किया और जैन दर्शन, अनेकांतवाद और मोक्षमार्ग दर्शन जैसे 50 से ज्यादा ग्रंथ लिखे। उनकी शिक्षाएँ अहिंसा, नैतिकता और जैन दर्शन को बढ़ावा देती हैं।