ऑपरेशन सिंदूर के बाद चीन ने राफेल लड़ाकू विमानों की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुँचाने के लिए एक संगठित डिसइंफॉर्मेशन कैंपेन चलाया। फ्रांसीसी खुफिया एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, चीन ने अपने दूतावासों, सोशल मीडिया और प्रॉक्सी अकाउंट्स का इस्तेमाल कर ये झूठ फैलाया कि पाकिस्तान ने भारत के तीन राफेल विमान गिरा दिए।
इसका मकसद राफेल की छवि खराब करना और चीन के J-10 जैसे लड़ाकू विमानों को बढ़ावा देना था। इस अभियान में पाकिस्तान ने भी साथ दिया और फर्जी AI तस्वीरों, वीडियो गेम के विजुअल और नकली सोशल मीडिया अकाउंट्स के जरिए राफेल को असफल साबित करने की कोशिश की।
फ्रांसीसी रक्षा मंत्रालय ने कहा कि राफेल की क्षमता पर कोई सवाल नहीं उठा सकता और यह हमला केवल फ्रांसीसी तकनीक को कमजोर करने की साजिश है।
रिपोर्ट बताती है कि चीन ने राफेल खरीदने वाले या इच्छुक देशों जैसे इंडोनेशिया को भी राफेल से पीछे हटने के लिए मनाने की कोशिश की। फ्रांस और भारत ने इन दावों को सिरे से खारिज कर दिया है।