अयोध्या के राम मंदिर का निर्माण अब अपने अंतिम चरण में है। राम मंदिर निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्र ने बताया कि मंदिर में अब तक 13 लाख क्यूबिक फीट बंसी पहाड़पुर पत्थर का काम हो चुका है और सिर्फ 1 लाख क्यूबिक फीट काम बाकी है।
खास बात ये है कि मंदिर में पहली बार टाइटेनियम की 32 जालियाँ लगाई जा रही हैं, जो 1000 साल तक मंदिर की सुरक्षा करती रहेगी। इनमें से एक जाली का टेस्ट हो चुका है और बाकी 15 अगस्त तक लग जाएँगी। टाइटेनियम मौसम की मार से बचा रहेगा। टाइटेनियम को सबसे मजबूत धातु माना जाता है।
#WATCH | Ayodhya, UP | Chairman of the Construction Committee of Shri Ram Janmabhoomi Teerth Kshetra, Nripendra Mishra, says, "For the first time in the country, the grills of windows of the temple will be made of titanium metal. This is unique because you know that titanium has… pic.twitter.com/wxmrh8s7rq
— ANI (@ANI) June 28, 2025
मंदिर परिसर में 800 फीट लंबी रामकथा पट्टिका बन रही है, जिसमें 500 फीट म्यूरल तैयार हो चुके हैं। 80 कांस्य म्यूरलों में से 45 लगाए जा चुके हैं। अस्थाई मंदिर को भी टीक वुड और खास ग्लास से संरक्षित किया जाएगा। जुलाई के अंत तक सारा काम पूरा हो जाएगा और श्रद्धालुओं के लिए दर्शन की व्यवस्था शुरू हो जाएगी।