सहारनपुर के दारुल उलूम देवबंद ने मुस्लिम महिलाओं को एक पुराना फतवा याद दिलाया है। जमीयत दावातुल मुस्लिमीन के संरक्षक मौलाना कारी इसहाक गोरा ने एक वीडियो जारी कर गैर मर्दों से मेहंदी लगवाने और चूड़ी पहनने से मना किया है। इसहाक ने कहा है कि यह शरीयत के खिलाफ है।
गौरतलब है कि 2018 में दारुल उलूम देवबंद की ओर से फतवा जारी किया गया था। इसमें गैर मर्दों से मुस्लिम महिलाओं का मेहंदी लगवाना या चूड़ी पहनना इस्लाम के खिलाफ करार दिया गया था।
अब एक बार फिर, इस फतवे की याद दिलाते हुए मौलाना ने अपने वीडियो में कहा है कि मुस्लिम औरतें बाजारों में जाकर गैर मर्दों से मेहंदी लगवाती हैं। ये शरीयत के उसूलों के खिलाफ है। उसी तरह इस्लाम में किसी भी मर्द को गैर औरत को छूना भी हराम है।
इसहाक ने कहा कि आज की जरूरत है कि हम अपना रिवायतों को मजहबी उसूलों की कसौटी पर परखें और इस्लामी तहजीब और अदब को फिर से जिंदा करें।