भारतीय मूल के ब्रिटिश-अमेरिकी लेखक सलमान रुश्दी (Salman Rushdie, Indian-origin British-American author) पर 2022 में चाकू से हमला करने वाले हादी मतार (Hadi Matar) को अदालत ने 25 साल की सजा सुनाई है। न्यू जर्सी के 27 वर्षीय मतार को फरवरी 2025 में हत्या के प्रयास और हमले का दोषी ठहराया गया।
यह हमला तब हुआ जब रुश्दी पश्चिमी न्यूयॉर्क के चौटाउक्वा इंस्टीट्यूशन (Chautauqua Institution) में बोलने जा रहे थे। हमले में रुश्दी की एक आँख की रोशनी चली गई।
रुश्दी ने कोर्ट में कहा कि हमलावर की आँखें क्रूर थीं और पहले उन्हें लगा कि किसी ने मुक्का मारा। बाद में चाकू से हमले का पता चला। कोर्ट ने मतार को रुश्दी की हत्या की कोशिश के लिए 25 साल और मंच पर मौजूद एक अन्य व्यक्ति को घायल करने के लिए 7 साल की सजा दी, जो साथ-साथ चलेगी।
मतार ने कोर्ट में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर बयान दिया और रुश्दी को पाखंडी कहा। अब मतार पर आतंकवाद से जुड़े संघीय आरोपों में मुकदमा चलेगा। हमला रुश्दी के उपन्यास द सेटैनिक वर्सेस (The Satanic Verses) और 1989 के ईरानी फतवे से प्रेरित माना जाता है।