Tuesday, January 28, 2025

इंफोसिस के को-फाउंडर पर SC/ST एक्ट का केस, दावा- हनीट्रैप केस में फँसा IISc की नौकरी से निकलवाया, जाति की गाली और धमकी दी

एन नारायण मूर्ति की ‘इंफोसिस’ के को-फाउंडर रहे एसके गोपालकृष्णन पर एससी-एसटी एक्ट में केस दर्ज किया गया है। उनके अलावा इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस (IISc) के पूर्व डायरेक्टर बालाराम सहित 17 अन्य लोग भी इस मामले में आरोपित हैं। शिकायकर्ता का दावा है कि उन्हें हनी ट्रैप के फर्जी मामले में फँसाकर IISc की नौकरी से हटाया गया। उन्हें जातिसूचक गाली और धमकी दी गई।

यह मामला कर्नाटक की एक स्थानीय अदालत के आदेश पर बेंगलुरु के सदाशिव नगर पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया है। शिकायत करने वाले दुर्गप्पा बोवी जनजाति समुदाय से आते हैं। वे IISc के सेंटर फॉर सस्टेनेबल टेक्नोलॉजी में फैकल्टी मेंबर थे। उनका दावा है कि 2014 में हनी ट्रैप के फर्जी केस में फँसाकर उन्हें हटाया गया।

उस समय एसके गोपालकृष्णन इस संस्थान के बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज के मेंबर थे। वे आईटी इंडस्ट्रीज के जाने-माने नाम हैं। वे 2011 से 2014 तक इंफोसिस के वाइस चेयरमैन और 2007 से 2011 तक सीईओ-एमडी भी रहे थे। 2011 में कॉन्ग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार ने पद्म भूषण से भी सम्मानित किया था।