मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, देवेंद्र ने 1995 से 2004 के बीच 100 से अधिक हत्या की हैं। वह हर मर्डर को अलग तरीके से अंजाम देता था। एक समय पर वह उत्तर प्रदेश के कासगंज स्थित हजारा नहर में हत्या कर शव को फेंक देता था, जिसके बाद उसके मगरमच्छ खा जाते थे। इससे उसके पकड़े जाने के सबूत हमेशा के लिए मिट जाते थे।
साल 2004 में देवेंद्र को पहली बार गिरफ्तार किया गया था। उसके खिलाफ दिल्ली, राजस्थान और हरियाणा में सात अलग-अलग मामले दर्ज थे। इनमें उसे उम्रकैद की सजा हुई। फिर साल 2023 में उसे पैरोल पर छोड़ा गया। लेकिन पैरोल खत्म होने के बाद भी वह नहीं लौटा। जब जाकर दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने उसे छह महीने तलाश कर अब राजस्थान से दबोच लिया।