समाजवादी पार्टी (सपा) के महाराष्ट्र प्रमुख अबू आजमी ने शनिवार (7 दिसंबर 2024) को विपक्षी गठबंधन महाविकास आघाड़ी (एमवीए) से अलग होने की घोषणा कर दी। उन्होंने शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पर “हिंदुत्व एजेंडा” अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि यह फैसला सपा की विचारधारा और गठबंधन में बढ़ती असहमति को देखते हुए लिया गया है।
अबू आजमी ने नाराजगी जताई कि 6 दिसंबर को शिवसेना (UBT) ने बाबरी ढांचा विध्वंस के समर्थन में सोशल मीडिया पोस्ट और अखबारों में विज्ञापन जारी किया था। शिवसेना के सचिव मिलिंद नार्वेकर ने एक पोस्ट में मस्जिद ढांचा विध्वंस को शिवसेना संस्थापक बाल ठाकरे के गर्व से जोड़ते हुए बधाई दी। इस पर आजमी ने कहा, “एमवीए में यदि कोई ऐसी भाषा बोलता है, तो भाजपा और उनके बीच क्या अंतर है? हम ऐसे गठबंधन का हिस्सा क्यों रहें?”
सपा के इस फैसले से एमवीए गठबंधन में बड़ा झटका लगा है। सपा ने 2019 में इस गठबंधन का हिस्सा बनने का निर्णय लिया था, लेकिन अब यह दरार गठबंधन की स्थिरता पर सवाल खड़ा करती है। शिवसेना (UBT) या एमवीए दलों की ओर से अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।