गुजरात के अमरेली में एक सरकारी स्कूल में बच्चों ने ‘डेयर गेम’ खेलते हुए खुद को घायल कर लिया। बच्चों के बीच शर्त लगी थी कि जो हाथ पर ज्यादा कट मारेगा वही जीतेगा। ऐसा न करने वाले को ₹10 देने होंगे।
मामला तब सामने आया जब अभिभावकों ने बच्चों के हाथ पर ब्लेड के निशान देखे। स्कूल प्रशासन को सूचना दी गई। अभिभावकों और शिक्षकों की बैठक हुई। शिक्षकों ने कहा- “ये हमारी जिम्मेदारी नहीं है, माता-पिता बच्चों के हाथ में मोबाइल देते हैं। जहाँ से बच्चे ये सारी चीज़े सीखते हैं। मोबाइल की लत छुड़ाना अभिभावकों का काम है, शिक्षकों का नहीं।”
बवाल मचने पर अभिभावकों ने पुलिस से शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने स्कूल का दौरा किया। बच्चों से पूछताछ की गई। देखा गया कि ‘डेयर गेम’ में केवल छात्र शामिल थे लेकिन छात्राओं के हाथों पर भी कट के निशान मिले हैं।
बुधवार (26 मार्च 2025) को DSP जयवीर गढ़वी ने जानकारी देते हुए बताया हुआ कि मोटा मुंजियासर प्राथमिक विद्यालय के 5वीं से 8वीं कक्षा के छात्रों ने ‘डेयर गेम’ में शार्पनर के ब्लेड से अपने हाथ पर कट लगाया। करीब 20-25 छात्र इस गेम में शामिल हुए। मामले की एक रिपोर्ट जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) को भी भेजी जाएगी।